सिर्फ ब्रह्मांड की घटनाओं को प्रभावित करती है शनि ग्रह की वक्री चाल। सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है। शनि ग्रह धनु राशि में बुधवार, 18 अप्रैल को सुबह करीब 7 बजकर 18 मिनट पर वक्री हो जाएंगे। शनि इसी चाल में 142 दिन रहकर 6 अप्रैल की शाम 4 बजकर 42 मिनट पर फिर मार्गी हो जाएंगे। इन दिनों मेष और वृषभ राशि वालों को गुस्से पर काबू रखना होगा। सरसों तेल और काले उड़द की खिचड़ी का दान करें।
मेष राशि वालों पर पड़ेगा ये प्रभाव
मेष राशि से नवम् भाव में इस समय शनि विराज रहे हैं। शनि ग्रह मेष राशि वालों के 10वें भाव का स्वामी है। इसलिए नौकरी और कारोबार में मेहनत के मुकाबले फल नहीं मिल सकेगा। ऑफिस में विरोधी सक्रिय रहेंगे और चुनौतियां पेश करेंगे। बेकार की यात्रा और संक्रमण के चलते आपको दिक्कत हो सकती है। इस दौरान धैर्य का परिचय दें। गुस्से को काबू में रखें और काले कुत्ते को रोटी शनिवार को जरूर खिलाएं।
वृषभ राशि वालों पर जानें प्रभाव
वृषभ राशि से आठवें भाव में शनि स्थित रहेगा। यानी आपकी राशि के नवम् भाव का स्वामी शनि होगा। शनि के वक्री होने पर सबसे ज्यादा असर पिता या परिवार के बड़ों सदस्यों से रिश्तों पर पड़ेगा। वृषभ राशि में शनि की ढैया भी चल रही है। इसलिए अपने और पिता की सेहत का बहुत ध्यान रखना पड़ेगा। हालांकि नौकरी में स्थितियां सुधरेंगी और अच्छे काम का इनाम भी मिल सकता है। शनिवार को गरीबों को काले तिल के लड्डू और काले उड़द की खिचड़ी दान करने से शनि के वक्री होने का नकारात्मक प्रभाव कम होगा।